ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ.
महादेव वो है जो नही है और,जो नही है वो ही महादेव हैं महादेव को समझने के लिए सर्वप्रथम त्रिदेवो को समझना अति आवश्यक है अर्थात ब्रह्मा,विष्णु और महेश भगवान ब्रह्मा जो कि संसार के रचयिता है,भगवान विष्णु जो संसार के संचालनकर्ता है और महादेव संसार के विनाशकर्ता है महादेव जो विनाश करके संसार को संतुलित बनाए रखते हैं!!
महादेव का ना कोई आदि है और ना ही अंत हैं वो अविनाशी हैं, कालो परे है वो, पंच महाभूतो के नाथ भूतनाथ हैं वो, विश्वनाथ है, महायोगी है वो, वैरागी है वो, निगुण हैं वो, निरांकार भी हैं वो, जटाधारी है वो, मृत्युंजय भी वही हैं, गंगाधर है वो, सुंदरता की परिभाषा हैं वो, चंर्दशेखर भी वही हैं, त्रिलोचन है वो, नटराज भी वही हैं, नीलकंठ है वो सर्प उनका कण्ठ हार हैं रुद्राक्ष उनके आभूषण ,हाथ में त्रिशूल शरीर पर भस्म और मुख पर भोलापन आकर्षण की पराकाष्ठा है वो, दीन हैं वो, ब्रह्म हैं वो, सम्पूर्ण जगत निरंजन है वो, विकराल काल हैं वो और वो ही एक लघु पल है वो ही अमर हैं, और प्रत्येक मृत्यु में वो मरते भी है, महापर्वत हैं वो, पृथ्वी वो है, आकाश वो है, बंधन है वो और मुक्ति भी वो है कालकूट विष और अमृत भी वही हैं, ज्ञान भी है और अज्ञान भी वो है, शान्ति भी वो है और समस्त अशान्ति भी वो है, प्रकाश है और अंधकार भी वो है, दुविधा है वो और निर्णय भी वही हैं, ब्रह्मा वही है और वो ही नरायण है वो ही है देवो के देव महादेव!!!
ऊँ नम: शिवाय
मैं तो वैरागी हूँ, ना सम्मान का मोह,
कौन है महादेव -?
सम्पूर्ण सृष्टि शिवमय हैं शिव सभी को समान द्दष्टि से देखते हैं इसलिए सब उन्हें देवो के देव महादेव कहाते हैं प्रेम और करूणा से भी परे है महादेव
महादेव |
महादेव वो है जो नही है और,जो नही है वो ही महादेव हैं महादेव को समझने के लिए सर्वप्रथम त्रिदेवो को समझना अति आवश्यक है अर्थात ब्रह्मा,विष्णु और महेश भगवान ब्रह्मा जो कि संसार के रचयिता है,भगवान विष्णु जो संसार के संचालनकर्ता है और महादेव संसार के विनाशकर्ता है महादेव जो विनाश करके संसार को संतुलित बनाए रखते हैं!!
महादेव का ना कोई आदि है और ना ही अंत हैं वो अविनाशी हैं, कालो परे है वो, पंच महाभूतो के नाथ भूतनाथ हैं वो, विश्वनाथ है, महायोगी है वो, वैरागी है वो, निगुण हैं वो, निरांकार भी हैं वो, जटाधारी है वो, मृत्युंजय भी वही हैं, गंगाधर है वो, सुंदरता की परिभाषा हैं वो, चंर्दशेखर भी वही हैं, त्रिलोचन है वो, नटराज भी वही हैं, नीलकंठ है वो सर्प उनका कण्ठ हार हैं रुद्राक्ष उनके आभूषण ,हाथ में त्रिशूल शरीर पर भस्म और मुख पर भोलापन आकर्षण की पराकाष्ठा है वो, दीन हैं वो, ब्रह्म हैं वो, सम्पूर्ण जगत निरंजन है वो, विकराल काल हैं वो और वो ही एक लघु पल है वो ही अमर हैं, और प्रत्येक मृत्यु में वो मरते भी है, महापर्वत हैं वो, पृथ्वी वो है, आकाश वो है, बंधन है वो और मुक्ति भी वो है कालकूट विष और अमृत भी वही हैं, ज्ञान भी है और अज्ञान भी वो है, शान्ति भी वो है और समस्त अशान्ति भी वो है, प्रकाश है और अंधकार भी वो है, दुविधा है वो और निर्णय भी वही हैं, ब्रह्मा वही है और वो ही नरायण है वो ही है देवो के देव महादेव!!!
ऊँ नम: शिवाय
महादेव के कहे सत्य वचन :-
ना अपमान का भय, ना शत्रु, ना मित्र,
ना कोई अपना, ना कोई पराया ,
पर जब कभी धर्म के नाम किये जाने वाले अडम्बर
पक्षपात का आधार बनेगा, मैं उसका विनाश
आवश्य करूगाँ…
🔱 हर हर महादेव 🔱
संसार 🌏में सबसे शक्तिशाली अस्त्र हैं
प्रेम, धैर्य, करूणा, क्षमा 🙏किन्तु ये
आज का ही सत्य नही ये सत्य
शाश्वत हैं !!!
🚩जय महाकाल 🚩
चंद्रमा🌙उसी जल🌫में प्रति बिम्बित होता हैं ,
जो जल शान्त🌫हो ,स्थिर हो !
यही तो समस्या होती हैं मन की ,
मन कभी भी शान्त नही❌हो पाता है
स्थिर नही रह पाता !!
जहाँ शान्ति नही❌वहाँ कुछ भी नही रूकता हैं !!!
🔱हर हर महादेव 🔱
यदि तुम किसी से प्रेम करती हो,
तो उससे उसकी स्वतंत्रता कैसे
छीन सकती हो !
प्रेम का पर्याय हैं, विश्वास
यदि तुम व्यक्ति पर विश्वास करती हो,
तो तुम्हें उसकी स्वतंत्र इच्छा पर भी
विश्वास करना चाहिए!!
!!! हर हर महादेव !!!
किन्तु सत्य तो यही है कि ना कोई तुम्हारा है,
और ना तुम किसी के !
जो है वो परमात्मा का है और जो नही है,
वो भी परमात्मा का ही है !!
इस शरीर में तुम इस सत्य से अनभिज्ञ हो,
किन्तु इस शरीर के पूर्व तुम्हें इस सत्य का बोध था!!!
🔱ऊँ नम: शिवाय 🔱
भूल हर माता पिता से होती है, और सदैव होती रहेगी!
क्योंकि कोई एक मार्ग निर्धारित कहा है ,
प्रत्येक संतान भिन्न होती हैं
प्रत्येक माता पिता भिन्न होते है !!
आवश्यक ये समझना है,
कि संतान को पोषण चाहिए, संरक्षण चाहिए !!!
शरीर के लिए, मन के लिए उसके आत्मसम्मान के लिए!!!!
ऊँ हर हर महादेव ऊँ
जो व्यक्ति सत्य को जानते हुए भी
लोभ का परित्याग नही करते,
वो सदैव इन्हें खोने के भय में जीते हैं!
और जो व्यक्ति सत्य को जानते ही नहीं,
वो अहंकार में जीते हैं!!
और जहाँ अंहकार और भय उपस्थित हो,
वहाँ सुख कैसे रह सकता है!!!
🔱जय महाकाल 🔱
एक महासागर में एक छोटी सी नौका
तब तक नहीं डूब सकती,
जब तक महासागर का जल उसमे भर नही जाता!
उसी प्रकार हमारे बहार कितना हीं दोष क्यो ना हो,
हम नकारात्मक सोच वाले व्यक्तियो से घिरे ही क्यों ना हो,
जब तक हम उनके दोष और उनकी नकारात्मक सोच को अपने भीतर प्रवेश नही करने दे,
तो हमें कोई डूबा नही सकता!!
🚩ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ 🚩
यदि मेरे नाम का कोई दुरूपयोग करे,
उसे शोषण का माध्यम बनाए,
मै उसे कभी छमा नही करूगाँ!!
🔱हर हर महादेव 🔱
जो पीड़ा है जो कष्ट हैं वो व्यक्ति के अपने फल हैं
अपने निर्णय के फल
और जिस दिन वो अपने निर्णय परिवर्तित कर ले,
उसी दिन उसके जीवन में परिवर्तन भी आ जायेगा!!
🚩जय महाकाल 🔱
हेलो दोस्तों नमस्कार आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी | अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई हो तो कमेंट करके जरूर बताए और इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
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